Sandeep Kumar

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लेखनी कहानी -12-Feb-2024

गजब की इमोशन गजब की ताल दी
शब्दों की माला जो चढ़ी तो तबीयत उछाल दी
वह भोली भाली खूबसूरत लड़की 
सबों के बीच में खुद को सलीके से संभाल ली।।

दी गजब की जवाब 
पलक झपकते ही पतवार ली
एक सिक्के की दो पहलू पर 
उसने खुद को सत प्रतिशत उतार दी
गजब की इमोशन,,,,

जब पूछा कि यह तेरी नंबर है
तो उसने हंसते हुए हाथ मार दी
लगा एक लहर सी दौड़ पड़ी 
जो तत्काल दिल कि दर्द को तार तार दी
गजब की इमोशन,,,,

वह निहारती रही अहिल्या की मूर्ति सी
और मैंने खुद को अपनी दिशा में रफ्तार दी
एक अजीब सी दर्द आज तक छूकर जा रहा है 
कि उसने मुझे स्वीकार ली या फिर धिधकार दी
गजब की इमोशन,,,,

संदीप कुमार अररिया बिहार
🥰😋😜🤩🙏🙏

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7 Comments

Gunjan Kamal

13-Feb-2024 09:10 PM

बहुत खूब

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Sandeep Kumar

14-Feb-2024 09:39 AM

Thank you

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Mohammed urooj khan

13-Feb-2024 01:15 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Sandeep Kumar

14-Feb-2024 09:39 AM

Thank you

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Sandeep Kumar

14-Feb-2024 09:39 AM

Thank you

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Khushbu

12-Feb-2024 11:34 PM

Nice one

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Sandeep Kumar

14-Feb-2024 09:39 AM

Thank you

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